A Simple Key For shiv chalisa lyrics in bengali Unveiled
अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन छार लगाये ॥मोहिः संभ्रान्तः स्थित्वा शान्तिं न प्राप्नोत्।सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा। बिकट
अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन छार लगाये ॥मोहिः संभ्रान्तः स्थित्वा शान्तिं न प्राप्नोत्।सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा। बिकट